मंडोर उद्यान जोधपुर राजस्थान |
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दोस्तों आज हम देखने जा रहे हैं मंडोर उद्यान मंडोर उद्यान जोधपुर राजस्थान में स्थित है यह मंडोर उद्यान अपने सुंदर पेड़ पौधों यहां स्थित पुरातात्विक मंदिरों व संग्रहालय के लिए विख्यात है
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मंडोर प्राचीन मंदिर
जब हम मंडोर
उद्यान के प्रवेश द्वार
से प्रवेश करते हैं
तो एक बड़ा सा प्रांगण नजर आता है जहां
विभिन्न प्रकार के पेड़
पौधे दिखाई पड़ते हैं
कुछ दूर चलते ही हमें
पुरातात्विक प्राचीन मंदिर दिखाई
पड़ते हैं जिनकी बाहरी
व आंतरिक दीवारों पर की गई कलाकृतियां देखकर आप रोमांचित हो उठेंगे
मंडोर प्राचीन मंदिर |
मंडोर विष्णु मंदिर शिव मंदिर व सूर्य मंदिर
मंडोर प्राचीन काल में मारवाड़ राज्य की राजधानी हुआ करता था जहां के राजा राव जोधा थे राजा राव जोधा कुछ शत्रुओं के आक्रमण की चिंता थी जिसके कारण सुरक्षा की दृष्टि से राजा राव जोधा चिड़िया कोट पहाड़ पर मेहरानगढ़ किले का निर्माण कराया कहां जाता है कि मंडोर उद्यान में स्थित पुरातात्विक मंदिरों का निर्माण राजा राव जोधा के शासनकाल में हुआ एक ही स्थान पर कई मंदिरों का समूह यहां देखा जा सकता है जिसमें विष्णु मंदिर शिव मंदिर व सूर्य मंदिर प्रमुख है
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मंडोर सुरक्षित मंदिर
यह स्थान शत्रुओं के आक्रमण से सुरक्षित रहा है तभी इन मंदिरों को कोई नष्ट नहीं कर पाया पहले के समय में इन मंदिरों को बंद रखा जाता था परंतु अब इन दोनों मंदिरों में पूजा अर्चना की जाने लगी है इन मंदिरों को पुरातत्व विभाग ने अपने पास सुरक्षित किया है तथा देख रेख पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है
मंडोर सुरक्षित मंदिर |
मंडोर जनाना महल
मंडोर प्रायः परिहार राजाओं का गढ़ रहा है यहां परिहार राजाओं ने कई वर्षों तक शासन किया सन 1335 ईसवी के आसपास चुंडाजी राठौर की शादी मंडोर राजकुमारी से होने के कारण चुंडाजी राठौर को मंडोर राज्य दहेज में मिला तभी से मंडोर में राठौड़ वंश की स्थापना हुई राठौड़ वंश के राजाओं ने यहां के मंदिरों का व उद्यान का खूब विकास किया
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मंडोर हॉल ऑफ़ हीरो स्मारक
इसके बाद हम यहां स्थित ऐतिहासिक वीर पोल की ओर बढ़ते हैं जैसे ही हम इस वीर पोल को पार करते हैं हमें हॉल ऑफ़ हीरो स्मारक दिखाई पड़ता है इस हॉल ऑफ़ हीरो स्मारक में देवी-देवताओं की मूर्तियां और कई शूरवीर योद्धाओं की मूर्तियों को चट्टान काटकर बनाया गया है तभी से इस स्थान को वीरों की दालान व देवताओं की शाल कहा जाने लगा
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मंडोर प्रसिद्ध मंदिर
इन्हीं देवताओं की साल के बाद एक प्रसिद्ध मंदिर भी है जहां भगवान गणेश व भगवान भैरव नाथ की प्रतिमा स्थापित है यह मंदिर बहुत विख्यात है मंदिर के बाहर एक यज्ञ पुल बना है जहां विवाह वह कई पूजा यज्ञ कराए जाते हैं मान्यता है यहां विवाह करने पर या विवाह के बाद यज्ञ करने पर विवाहित जीवन में कभी बाधा नहीं आती है
मंडोर भगवान गणेश मंदिर |
मंडोर भगवान भैरव नाथ |
मंडोर संग्रहालय
इसके बाद हम देखने चलते हैं मंडोर संग्रहालय मंडोर संग्रहालय प्राचीन समय में एक महल हुआ करता था जिसको जनाना महल के नाम से जाना जाता था इस महल का निर्माण 1707 ईसवी के आसपास यहां के महाराजा अजीतसिंह ने करवाया इस महल के संग्रहालय में कई रोचक चीजें आप देख सकते हैं
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मंडोर संग्रहालय |
केमिकल से लेपित पशु पक्षी
यहां 300 से 400 साल पुरानी राजाओं की पेंटिंग्स असली भैंस की कृति जिसको केमिकल से लेपित किया गया है वह बड़ा मगरमच्छ इसको भी केमिकल से लेपित कर के यहां रखा गया है यहां कई पक्षियों को भी लेपित करके रखा गया है यह पशु पक्षी किसी समय जिंदा हुआ करते थे यहां इन पशु पक्षियों को लेपित करके रखने का उद्देश्य 200 से 300 साल पुराने विलुप्त हुए पशु पक्षियों को दिखाना व उनकी जानकारी देना है
राजा का दरबार |
जनाना महल मूर्तियां
जहां जनाना महल में कई राजस्थानी सभ्यता को प्रदर्शित करती हुई मूर्तियां युद्ध करती हुई मूर्तियां राजा के दरबार व पारंपरिक त्योहार को मनाते महिलाओं की मूर्तियों को भी प्रदर्शित किया गया है यह स्थान बेहद रोचक वह खूबसूरत जगह है
त्योहार को मनाते महिलाओं की मूर्तियां |
नाग गंगा कुंड
नाग गंगा कुंड महल प्रांगणमें ही पानी का एक कुंड है जिसे नाग गंगा कुंड के नाम से जाना जाता है इस कुंड में जल की धारा पहाड़ों के बीच बनी एक पतली धारा से आती है इस कारण कुंड में हमेशा जल भरा रहता है कहां जाता है पुराने समय में यह कुंड का जल पूरे महल के जल पूर्ति में सहायक होता था
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रेलवे स्टेशन से दूरी
यह स्थान जोधपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 9 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जहां आप लोकल बस टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते हैं मंडोर उद्यान के बाहर नाश्ता हुआ खाने की भी सुविधा है तो जब भी आप जोधपुर आए तो मंडोर उद्यान ना देख ना भूले यदि आप मंडोर उद्यान नहीं देखते हैं तो जोधपुर आना आपका बेकार होगा
Mandore
Garden Jodhpur Rajasthan
Friends, today we are going to see Mandor garden Mandor
garden is located in Jodhpur Rajasthan This Mandor garden is famous for its
beautiful tree plants and archaeological temples and museum located here.
When we enter from the entrance of Mandor garden, then a big
courtyard Comes where various types of trees and plants are seen, after
walking some distance, we can see archeological ancient temples, whose artworks
on the outer and inner walls, you will be thrilled to see you in the Mandore
garden courtyard.
Janana Mahal, which has been converted into a museum, you can
see it presents a good example of Hindu architecture.Mandor used to be the
capital of the state of Marwar in ancient times, where Raja Rao Jodha was Raja
Rao Jodha of some enemies. Due to the concern, due to the security, where is
the Mehrangarh Fort built on Raja Rao Jodha Chidi Kot mountain, where is the
archaeological temples located in Mandore garden built during the reign of Raja
Rao Jodha
A group of several temples can be seen here in one place, in
which Vishnu temple is prominent Shiva temple and Surya temple, this place has
been safe from the invasion of enemies, only then no one could destroy these
temples in earlier times. Were used to be kept closed, but now worship is
being done in both these temples, these temples have been secured by the
Archaeological Department and the supervision is under the patronage of the
Archaeological Department.
Mandore has often been the stronghold of the Parihar
kings. Reigned till around 1335 AD, due to the marriage of Chunda ji
Rathore to Mandore princess, Chunda ji Rathore got Mandor kingdom in dowry.
Since then Rathore dynasty was established in Mandor. The kings of Rathore
dynasty have plenty of temples and gardens here.
After this, we proceed towards the historic Veer Pol located
here. As soon as we cross this bridge, we see the Hall of Hero memorial. In
this Hall of Hero memorial, the statues of gods and goddesses and the
sculptures of many knight warriors rock. This place has been carved out
since then. Shree Hallan, he came to be called the shawl of the gods.
After the years of these deities, there is also a famous temple where the idol
of Lord Ganesha and Lord Bhairav Nath is installed. This temple is very
famous.
A yagna bridge has been built outside the temple, where the
marriage is done It is believed that there is no hindrance in married
life when you marry or perform a yajna after marriage. After this we go to see
Mandor Museum. Mandor Museum used to be a palace in ancient times, which is
known as Janana Mahal.
This palace was built by Maharaja Ajitsingh here around 1707
AD You can see many interesting things in the museum of this palace, here the
paintings of 300 to 400 years old kings are real buffalo work which has been
chemically replicated, that big crocodile. It has also been kept here by
chemical treatment and many birds have also been kept here, this animal bird
used to be alive at some time, here the purpose of keeping these animal birds
by clerical 200 to 300 years old extinct animal birds.
Show and give information about them where many in Zanana
Mahal Statues displaying Rajasthani civilization, Statues of war, Statues
of women celebrating King's court and traditional festival have also been
displayed. This place is very interesting that beautiful place Nag Ganga Kund
is a water tank in the palace courtyard which is called Nag Ganga Kund
The stream of water in this pool is known
as Nag Ganga Kund, comes from a thin stream made between the
mountains, due to which the water always remains filled in the tank, where does
this kunda kajal in the old times help in the water supply of the entire
palace.
This place is located about 9 km from Jodhpur railway station
where you can easily reach by local bus taxi or auto. Breakfast is available
outside the Mandore garden. So whenever you come to Jodhpur, do not see the
Mandore garden. Forget if you do not see Mandor garden, then coming to
Jodhpur will be useless for you.