तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur

 

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur
तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान

तूरजी का झालरा के बारे में 

दोस्तों आज हम देखने जा रहे हैं तूरजी का झालरा, तूरजी का झालरा यह एक विशाल बावड़ी है जो कि जोधपुर राजस्थान में स्थित है यह स्थान मेहरानगढ़ किले से 500 मीटर दूरी पर स्थित है यह बावड़ी जोधपुर के महाराजा अभय सिंह की रानी तवर जी जिन्हें तूरजी कहते थे ने बनवाया था तथा रानी के नाम पर ही इस बावड़ी का निर्माण हुआ 

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur
तूरजी का झालरा की सुंदर घुमावदार सीढ़ियां 

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur
तूरजी का झालरा का कुंड

तूरजी का झालरा की मौलिक संरचना 

यह बावड़ी राज परिवार के द्वारा सार्वजनिक उपयोग के लिए बनवाई गई थी जहां हमेशा पानी भरा रहता है इस बावड़ी में पानी के कई स्रोत है जिन्हें क्रमशः से वह गोमुख स्रोत कहा जाता है तूरजी का झालरा कभी शहर की जनसंख्या प्रणाली का हिस्सा थी इस झालरा की सुंदरता यहां तराश कर बनाई गई सुंदर चिड़िया अन्य कलाकृतियां है जो आज बीते समय युग की मौलिक संरचना और सुंदर कल्पना की जीती जागती मिसाल है इस झालरे का उपयोग मुख्यतः महिलाएं करती थी क्योंकि पानी भरकर लाना और पानी इकट्ठा करना महिलाओं का मुख्य घरेलू कार्य था

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तूरजी के झालरे में पानी इकट्ठा करने के लिए फारसी व्यवस्था की गई थी फारसी व्यवस्था में पहिए का उपयोग पानी को ऊपर खींचने के लिए किया जाता था एक पहिया को एक  बैल गोल-गोल घुमाते हुए पानी को ऊपर लाते थे और पानी उपयोग में लाया जाता था यही पास में एक टैंक बना है जहां पानी को इकट्ठा किया जाता है और जरूरत के समय उसे उपयोग में लाया जाता है।

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur
तूरजी का झालरा की फारसी व्यवस्था
 

वाटर प्योरिफायर का बेजोड़ नमूना

राजा महाराजाओं के जमाने में जोधपुर में एक काम सबसे अच्छा यह हुआ कि वाल सिटी एरिया को वाटर बॉडीज से सजाया गया। रानीसर, पदमसरनाजर जी की बावड़ीतूरजी का झालरागुलाबसागर और फतेहसागर रियासतकाल के बहुत महत्वपूर्ण कार्य हैं। इन्हें केवल जलस्रोत नहीं समझना चाहिए। ये इंजीनियरिंग मार्वल हैं। इनके माध्यम से बारिश की हर बूंद का जुड़ाव होता था। शहर बावडियां इसका बेहतरीन उदाहरण हैं। इन्हें फिर से रिवाइज किया जा सकता है।

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur
तूरजी का झालरा वाटर प्योरिफायर

तूरजी का झालरा सहित पर डाक टिकट

डाक विभाग ने देश की 16 प्राचीन बावडियों पर डाक टिकट जारी किए हैं। इनमें राजस्थान की छह ऐतिहासिक बावडिय़ां शामिल हैं। डाक निदेशक कृष्णकुमार यादव ने बताया कि राजस्थान में जोधपुर के तूरजी का झालरा, जयपुर की पन्ना मियां की बावड़ी, आभानेरी की चांद बावड़ी, बूंदी की रानीजी की बावड़ी, नागर-सागर कुंड और अलवर की नीमराना बावड़ी पर डाक टिकट जारी किए गए हैं। इनमें से नीमराना बावड़ी नागर सागर कुंड पर जारी डाक टिकट 15 रुपए के और शेष डाक टिकट 5 रुपए के हैं। 

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur
तूरजी का झालरा कुंड का सुंदर दृश्य

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur
तूरजी का झालरा कुंड का सुंदर दृश्य


तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur

तूरजी का झालरा कुंड का सुंदर दृश्य 

तूरजी का झालरा की सफाई

सफाई आज के समय तूरजी के झालरा एक में कई दशकों से इकट्ठा हुआ पानी को निकाल कर इसकी सफाई की गई है लगभग 200 फुट की गहराई तक इसकी सफाई की गई है और इसकी सुंदरता को और बढ़ाया गया है आज के समय यह स्थान जोधपुर के मुख्य पर्यटन स्थल में एक है।

 

तूरजी का झालरा जोधपुर राजस्थान / Stepwell Toor Ji Ka Jhalra Of Jodhpur

            तूरजी के झालरा की सफाई

यहां तक कैसे पहुंचे

रेलवे स्टेशन से तूरजी का झालरा की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है जहां आप ऑटो रिक्शा या टैक्सी से आसानी से पहुंच सकते हैं यही पास में स्थित घंटाघर के पास आपको खाने की उत्तम व्यवस्था भी मिल जाएगी 

संपर्क करें

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nonstoptravelling01@gmail.com

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