श्री बड़े गणेश जी मंदिर उज्जैन |
दोस्तों आज हम देखने जा रहे हैं इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां पर स्थापित गणेश जी की मूर्ति विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा उनमें से एक है
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साथ ही साथ यह मूर्ति सीमेंट की नहीं बल्कि खाने वाले मसालों की बनी हुई है इस मूर्ति को बनाने के लिए गॉड मेथी के दानों का बखूबी प्रयोग किया गया है इस मूर्ति को बनाने के लिए कुछ मात्रा में रेत का भी प्रयोग किया गया है मूर्ति को बनाने में सभी पवित्र तीर्थ स्थलों का जल भी उपयोग में लाया गया है इसके अलावा सभी मोक्षधाम जैसे कि मथुरा द्वारिका अयोध्या काशी उज्जैन एवं हरिद्वार से लाई गई मिट्टी श्री गणपति महाराज की मूर्ति बनाने में प्रयोग की गई है इस कारण इस स्थान पर स्थापित यह मूर्ति बहुत पवित्र मूर्तियों में से एक है इस मूर्ति को बनाने के लिए लगभग 3 साल का समय लगा था
जैसे ही हम बड़े गणेश जी मंदिर में प्रवेश करते हैं मंदिर के बाहर प्रांगण में ही एक विशाल शिव प्रतिमा सबसे पहले देखने मिलती है मंदिर के अंदर आते ही श्री बड़े गणेश जी के दर्शन होंगे जहां स्थापित बड़े गणेश जी की विशाल एवं मूर्ति दिखाई पड़ती है यह मंदिर विशाल मंदिर है मंदिर के अंदर कमरे में एक स्थान पर झूले पर विराजमान बाल श्री कृष्ण के दर्शन होते हैं
मंदिर के बीचो-बीच चार मुंह वाले नरसिंह देवता की मूर्ति भी दिखाई पड़ती है
इस मंदिर के बगल में माता यशोदा बालकृष्ण को दूध पिलाते हुए व पीछे माता यशोदा के पीछे शेषनाग को स्थापित किया गया यहां बहुत खूबसूरती से बनाई गई प्रतिमा है
यहां पंचमुखी बजरंगबली का मंदिर भी है यह मंदिर एक सिद्ध मंदिर है जहां सभी देवी देवताओं का वास है यहां माता दुर्गा का मंदिर भी है जोकि सिंह पर सवार है यहां माता की मूर्ति काले पत्थर से बनी विशाल प्रतिमा है
इसी मंदिर प्रांगण में ही एक अन्य मंदिर में शिवलिंग गणेश जी शंकर पार्वती प्रतिमा स्थापित की गई है तथा नंदी महाराज की भी विशाल प्रतिमा यहां स्थापित है
जहां एक अन्य शिवलिंग में चार मुख वाले शिवजी दिखाई पड़ते हैं उज्जैन की पुण्य भूमि में हजारों मंदिर हैं कहा जाता है कि एक थैले चावल थाने लेकर निकालो और 11 चावल सभी मंदिर में चढ़ाव तब भी चावल के दाने कम ही पड़ जाते हैं यहां कितने मंदिर हैं
मंदिर में थोड़ा अंदर आते ही एक पंचमुखी बजरंगबली का प्रसिद्ध मंदिर देखने मिलता है जहां पांच मुख वाले बजरंगबली की विशाल प्रतिमा स्थापित है
उससे थोड़ा अंदर आते ही एक नवग्रह मंदिर भी इसी मंदिर प्रांगण में स्थापित है जहां दो ग्रह शांति की पूजा करते हैं यहां एक ऐसे संगमरमर से बने शिवलिंग स्थापित है जिसमें शिवलिंग के ऊपर चार मुख वाले शिव जी बने हुए दिखाई पड़ते हैं
श्री बड़े गणेश जी का मंदिर महाकाल मंदिर के पास ही स्थित है महाकाल मंदिर से बड़े गणेश जी मंदिर की दूरी लगभग आधे किलोमीटर पर है जहां आप पैदल पैदल ही आसानी से पहुंच सकते हैं यदि आप अपनी स्वयं की गाड़ी से आते हैं तो मंदिर के पास ही गाड़ी खड़ी करने का स्टैंड मिल जाएगा आसपास नाश्ता व खाना की कई सारी होटले हैं जहां आप भोजन वह नाश्ता कर सकते हैं