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नंद गांव बरसाना |
दोस्तों आज हम देखने जा रहे हैं नंद गांव, नंद गांव बरसाना से लगभग 12 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जैसे कि नाम से ही समझ में आ रहा है कि नंद गांव श्री कृष्ण के पिता श्री नंद जी के नाम पर रखा गया है प्राचीन समय में नंद गांव के मुखिया नंद जी ही थे यहां एक प्राचीन मंदिर बना है जिसका नाम नंदमंदिर है
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नंद गांव बरसाना |
नंदगांव चौराहे से आनंद मंदिर लगभग 1 किलोमीटर दूरी पर स्थित है नंद मंदिर जाने का रास्ता पतली पतली सकरी गलियों से होकर जाता है कई मोड़ व गलियों को पार करने के बाद हम पहुंचते हैं नंद मंदिर के मुख्य द्वार पर
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पतली पतली सकरी गलियों नंद गांव बरसाना |
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पतली पतली सकरी गलियों नंद गांव बरसाना |
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नंद बाबा मंदिर |
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नंद बाबा मंदिर |
दर्शन करने के बाद हम मंदिर के दूसरे रास्ते से बाहर निकाला जाता है यह नंद मंदिर नंद महल जैसा है जो कि एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है जहां से चारों ओर का नंदगांव का नजारा देखा जा सकता है इसके बाद हम यही नजारे देखने के लिए नंद मंदिर के छत पर जाते हैं जहां से हमें पूरे नंद गांव के सुंदर नजारे देखने मिलते हैं नंद गांव की इच्छा से मंदिर के भी खूबसूरत दृश्य देख सकते हैं
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चारों ओर नंदगांव का नजारा |
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चारों ओर नंदगांव का नजारा |
इस मंदिर के आसपास लस्सी छाछ दही जांच मिठाई व प्रसाद की कई दुकानें मिल जाएंगी इसी मंदिर के बाहर कुछ ही दूरी पर एक विशाल तालाब स्थित है मान्यता है कि यह तालाब श्री कृष्ण के द्वारा निर्मित किया गया था
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तालाब श्री कृष्ण के द्वारा निर्मित |
यही मंदिर के पास माला धारी श्री कृष्ण का मंदिर भी है श्रीकृष्ण को माला धारी इसलिए कहा जाता है क्योंकि श्री कृष्ण अपनी माला से शाम को लौटने वाली गायों को गिना करते थे और यह सुनिश्चित किया करते थे कि एक भी गाय कम ना हो इसलिए इस मंदिर का नाम माला धारी श्री कृष्ण मंदिर रखा गया
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माला धारी श्री कृष्ण मंदिर |
टेर कदंब व आशेश्वर महादेव मंदिर नंद मंदिर से लगभग 1.5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है यहां रास्ते में ही एक स्थान देखने मिलता है जहां श्री कृष्ण और बलराम की बैठक स्थल है कहा जाता है यहां श्री कृष्ण और बलराम विश्राम किया करते थे
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श्री कृष्ण और बलराम की बैठक स्थल |
यहीं से कुछ दूरी पर स्थित है टेर कदंब,टेर का अर्थ बुलाना होता है और कदंब का अर्थ कदंब का वृक्ष श्री कृष्ण कदंब के पेड़ पर चढ़कर अपनी गायों को बुलाया करते थे इसलिए इस स्थान का नाम टेर कदंब पड़ा
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टेर कदंब |
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टेर कदंब मुख्य द्वार |
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कदंब का वृक्ष |
इसी स्थान पर रूप गोस्वामी जी का मंदिर भी है जोकि चैतन्य महाप्रभु के कहने पर यहां साधना करने आए थे और कई वर्षों तक श्री रूप गोस्वामी जी ने यहां पर साधना की
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रूप गोस्वामी जी का मंदिर टेर कदंब |
मंदिर प्रांगण में ही कई कदंब के वृक्ष लगे हुए हैं इन्हीं कदंब के वृक्ष के नीचे श्री कृष्ण और बलराम जी की प्रतिमा स्थापित है जहां लोगों के द्वारा श्री कृष्ण भजन किया जाता है
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श्री कृष्ण और बलराम जी की प्रतिमा टेर कदंब |
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श्री कृष्ण और बलराम जी की प्रतिमा टेर कदंब |