फतेहपुर सिकरी आगरा उत्तर प्रदेश / Fatehpur Sikri in Agra
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फतेहपुर सिकरी आगरा उत्तर प्रदेश
फतेहपुर सिकरी आगरा उत्तर प्रदेश
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दोस्तों आज हम देखने जा रहे हैं फतेहपुर सिकरी फतेहपुर सिकरी आगरा {उत्तर प्रदेश} से लगभग 37 किलोमीटर दूरी पर स्थित है फतेहपुर सीकरी 1569 के आसपास बसाया था और 1571 से 1550 ईसवी तक यह स्थान मुगल साम्राज्य की राजधानी दे रहा है यहां सूफी संत शेख सलीम चिश्ती की प्रसिद्ध दरगाह है जिसके लिए फतेहपुर सीकरी विख्यात है फतेहपुर सीकरी की बस स्टैंड शेख सलीम चिश्ती की दरगाह देखी जा सकती है
फतेहपुर सिकरी बस स्टैंड
शेख सलीम चिश्ती की दरगाह
यहां चारों ओर बाजार भरा हुआ है यहीं से हमें दरगाह की ओर जाना है यहां एक गाइड बोर्ड दिखाई पड़ता है जिसमें दरगाह के बारे में कुछ विशेष चीजें लिखी गई हैं यह दरगाह मुगलकालीन एक विशाल संरचना है जो कि दरगाह की ऊंची सीढ़ियों और विशाल प्रवेश द्वार देखकर पता चलता है
फतेहपुर सिकरी बाजार
फतेहपुर सिकरी विशाल प्रवेश द्वार
फतेहपुर सिकरी विशाल प्रवेश द्वार
फतेहपुर सिकरीदरगाहके मुख्य द्वार को विभिन्न रंगों चित्र वाक्यों से बनाया गया है जो कि मुगलकालीन स्थापत्य कला का शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है दरगाह की मुख्य द्वार पर एक विशाल दरवाजा है जिसका नाम बुलंद दरवाजा है जिस पर सैकड़ों घोड़ों की नाल देखी जा सकती है
बुलंद दरवाजा
बुलंद दरवाजे से प्रवेश करते ही एक विशाल प्रांगण बाई और मस्जिद व सामने की ओर सफेद संगमरमर से बना शेख सलीम चिश्ती की दरगाह दिखाई पड़ती है प्रवेश द्वार पर ही कई बड़े दालान दिखाई देंगे जो कि बड़े-बड़े स्तंभों पर बनाए गए हैं इन दालान में कई सारे कमरे बने हुए दिखाई पड़ते हैं
फतेहपुर सिकरी विशाल प्रांगण
फतेहपुर सिकरी विशाल दालान
फतेहपुर सिकरी विशाल दालान
यहां दरगाह के प्रांगण में एक मस्जिद है जिसमें कई फूल विशाल स्तंभ दिखाई पड़ते हैं इस मस्जिद की दीवारों को सफेद लाल और हरे रंगों से सजाया गया है आंतरिक दीवारों पर की गई कलाकारी बेहद खूबसूरत प्रतीत होती है इस मस्जिद को किस तरह निर्मित किया गया है कि सूर्य अस्त होने तक सूर्य का प्रकाश मस्जिद के अंदर बना रहता है
फतेहपुर सिकरी मस्जिद
फतेहपुर सिकरी मस्जिद
फतेहपुर सिकरी मस्जिद
इस मस्जिद पर की गई कलाकारी और चित्र देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुगल स्थापत्य कला इतनी खूबसूरत थी रंगों का प्रयोग निर्माण सही मायनों में उच्च स्थान प्राप्त करता है
फतेहपुर सिकरी मस्जिद कलाकारी
यही दरगाह के प्रांगण में एक सरोवर बना है जहां कुछ ऐसे पत्थर लगाए गए हैं जिसको थप थप आने से नगाड़े की तरह आवाज सुनाई देती है यह सरोवर शेख सलीम चिश्ती की दरगाह के एकदम सामने हैं
दरगाह प्रांगण का सरोवर
दरगाह प्रांगण का सरोवर
शेख सलीम चिश्ती की दरगाह सफेद संगमरमर से बनाई गई है जहां आप लोगों को चादर चढ़ाते प्रसाद वरदान करते देख सकते हैं लोग यहां दुआएं पढ़ते भी नजर आएंगे
शेख सलीम चिश्ती की दरगाह
शेख सलीम चिश्ती की दरगाह
शेख सलीम चिश्ती की दरगाह
यहां शेख सलीम चिश्ती की दरगाह के पास कई सारी कब्र भी बनी है जो कि बाबा के रिश्तेदारों उनके अनुयायियों सेवकों और शिष्यों की है तो ऐसे यहां कई कब्र देखी जा सकती हैं कुछ करें खुले आसमान के नीचे कुछ दरगाह के पीछे बनी हवेली के अंदर हैं
शेख सलीम चिश्ती की दरगाह कब्र
शेख सलीम चिश्ती की दरगाह कब्र
इसी इमारत के अंदर एक सुरंग दी है जिस पर ताला लगा हुआ है इसके अंदर किसी को जाने नहीं दिया जाता है
फतेहपुर सिकरी मस्जिदसुरंग
फतेहपुर सीकरी का यह स्थान बहुत विशाल है तभी मोहम्मद जलालुद्दीन अकबर ने किस जगह से लगभग 10 वर्षों तक पूरे भारत में शासन किया इस दरगाह से पूरे फतेहपुर सीकरी का खूबसूरत दृश्य खाते हैं
फतेहपुर सिकरी आगरा उत्तर प्रदेश
फतेहपुर सिकरी आगरा उत्तर प्रदेश
इसके बाद हम चलते हैं अकबर की धर्मपत्नी जोधा बाई का महल देखने यहां जोधाबाई रहा करती थी यह महल का मुख्य द्वार बेहद खूबसूरत है जहां से प्रवेश करने पर हमें जोधा बाई का महल उनका मंदिर व उनका क्रीडा स्थल दिखाई पड़ता है
जोधा बाई का महल
जोधा बाई का मंदिर
जोधा बाई का मंदिर
जहां जोधाबाई का एक विशाल कमरा है जहां भी रहती थी यहां जोधाबाई के द्वारा निर्मित एक मंदिर है जहां श्री कृष्ण की प्रतिमा जोधाबाई रखा करती थी और रोज उनकी पूजा किया करती थी
जोधा बाई का महल
जोधा बाई का महल
जोधाबाई का महल है बहुत ही खूबसूरत तरीके से निर्मित किया गया है जोधाबाई महल के सामने मरियम महल है जो कि बेहद ही सुंदर नक्काशी दार महल है जिसकी वास्तुकला बेहद ही खूबसूरत है
मरियम महल
मरियम महल
यहीं से कुछ ही दूरी पर बीरबल का मकान है यह कुछ और मैं देखने मिलते हैं जोकि अकबर की दोनों वरिष्ठ रानियां रुकैया बेगम व सलीमा सुल्ताना बेगम रहा करती थी उनका निवास स्थान था इस तरह जोधाबाई को मिलाकर अकबर की तीन रानियां थी
बीरबल का मकान
बीरबल का मकान
यहां एक विशाल अस्तबल भी है और यही से पीछे का द्वार भी देखा जा सकता है
अस्तबल
यहां कई और सुंदर में देखे जा सकते हैं जिसको अकबर की निगरानी में बनवाया गया था यही पास में एक बड़ा कुंड जिसे अनूप कुंड के नाम से जाना जाता है स्थापित है और इसी तालाब के अकबर के रहने का स्थान है
अनूप कुंड
अनूप कुंड
अकबर का महल इसी अनूप कुंड के पास बना है इस अकबर के महल के अंदर अकबर का निवास स्थान उनके सोने का बेड देखा जा सकता है जहां अकबर सोया करते थे आराम किया करते थे जो कि जमीन से कुछ ऊंचाई पर स्थित है
अकबर के महल
अकबर के महल
इस महल में आप दीवाने आम,दीवाने खास,इबादतगाह, सुंदर बगीचा और भी बहुत कुछ देख सकते है
बेहद सुंदर और आर्कषण इमारत
बेहद सुंदर और आर्कषण इमारत
बेहद सुंदर और आर्कषण इमारत
आगरा से फतेहपुर की दूरी आगरा से फतेहपुर से 30 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जहां पर आप बस कार या टैक्सी से आसानी से पहुंच सकते हैं फतेहपुर बस स्टैंड के पास आपको खाने पीने के कई होटल मिल जाएंगे और यदि आपको फतेहपुर में रुकना है तो बस स्टैंड के पास ही कई सारे होटल ठहरने के लिए भी उपलब्ध हैं जो कि मात्र 300 रुपैया से रुपैया 500 में आसानी से एक अच्छा रूम मिल जाता