आगरा का ताजमहल उत्तर प्रदेश भारत / Tajmahal Agra Uttar Pradesh india
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आगरा का ताजमहल
दोस्तों आज हम बताने जा रहे हैं आपको ताजमहल के बारे मेंताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित है ताजमहल को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल में 1983 ईस्वी में शामिल किया गया सफेद संगमरमर से बना ताजमहल की वास्तु शैली बहुत खूबसूरत है जो कि फारसी तुर्की भारतीय व इस्लामिक वास्तु शैली का मिश्रण है
आगरा का ताजमहल
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ताजमहल के मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही हमें लॉकर रूम मिलता है जिसमें हम अपना जरूरी सामान सुरक्षित कर सकते हैं यहां 10 रुपये की टिकट लेनी होती है और आप अपने जरूरत के सामान को एक लॉकर रूम में रख सकते हैं और एक आईडेंटिफिकेशन कार्ड भी आपको दिखाना होता है
ताजमहल लॉकर रूम
यहीं से लगभग 1 किलोमीटर दूरी पर ताजमहल स्थित है ताजमहल तक जाने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन चलते हैं जो कि आपको ताजमहल तक 10 रुपये प्रीति पर्सन किराया लेकर ताजमहल तक छोड़ देते हैं
इलेक्ट्रिक वाहन ताजमहल
ताजमहल में प्रवेश करने के लिए सबसे पहले 20 रुपये की एक और टिकट लेनी होती है फिर हमें ताजमहल के अंदर जाने दिया जाता है
टिकट काउंटर ताजमहल
इंटर से पहले आपको चेकिंग रूम से गुजरना होता है जिसमें आप कोई भी मेटल का सामान नहीं ले जा सकते हैं कोई भी खाने पीने की चीज आप ताज महल के अंदर प्रांगण में नहीं ले जा सकते हैं
चेकिंग रूम ताजमहल
चेकिंग रूम ताजमहल
ताज महल में प्रवेश करने के तीन द्वार हैं हम पश्चिमी द्वार से ताज महल में प्रवेश करते हैं पश्चिमी द्वार से प्रवेश करते ही हमें एक लकड़ी का बड़ा गेट वह गेट पर ही कई कक्ष बने दिखाई पड़ते हैं यह कक्ष पहले के समय में परियों के रहने का स्थान था जहां पहरी पहरा देने के बाद विश्राम आदि किया करते थे
पश्चिमी द्वार ताजमहल
पश्चिमी द्वार ताजमहल
पश्चिमी द्वार ताजमहल
आगे बढ़ने पर एक और कलात्मक द्वार दिखाई पड़ता है जिसके सामने एक विशाल मैदान हैं आप किसी भी तो आज से ताज महल में प्रवेश करें आपको इसी पड़े मैदान में आना होता है जहां हजारों सैलानी आपको दिखाई देंगे
मुख्य द्वार ताजमहल
हम किसी भी द्वार से आए हमें ताजमहल देखने के लिए एक विशाल द्वार से प्रवेश करना होता है जैसे ही हम इस प्रवेश द्वार से अंदर आते हैं एक बड़ा हॉल दिखाई पड़ता है जिसकी आंतरिक दीवारों पर विभिन्न सुंदर कलाकृतियां दिखाई पड़ती हैं
बड़ा मैदान ताजमहल
मुख्य द्वार बड़ा हॉल
इसी हॉल को पार करने के बाद हमें दिखाई पड़ता है ताजमहल ताजमहल तक जाने के लिए सुंदर बगीचों और कई सारे फव्वारे से होकर हम ताजमहल तक पहुंचते हैं
ताजमहल
ताजमहल
ताजमहल प्रांगण में विशाल उद्यान है जहां कई सारे पेड़ पौधे लगे हुए देख सकते हैं
विशाल उद्यान ताजमहल
विशाल उद्यान ताजमहल
ताजमहल तक पहुंचने के लिए हमें मेहमान खाने से होकर जाना होता है यहां मेहमान खाना एक बहुत बड़ी इमारत है इस मेहमान खाने में शाहजहां अपने मुख्य अतिथियों से मुलाकात करते थे इसलिए इस इमारत का नाम मेहमान खाना रखा गया
मेहमान खाना ताजमहल
मेहमान खाना ताजमहल
क्योंकि लाल पत्थर से बना खूबसूरत इमारत है जिसकी बाहरी व आंतरिक दीवारों पर खूबसूरत कलाकृतियां सफेद व पीले रंग से उकेरी गई हैं जो कि देखने में बहुत खूबसूरत लगती हैं यहां से ताजमहल एकदम सामने दिखाई पड़ता है जो भी मेहमान इस मेहमान खाने में तथा वह ताजमहल का सुंदर दृश्य देख पाता था
मेहमान खाना ताजमहल
मेहमान खाना ताजमहल
इसी ताजमहल के एकदम पीछे की ओर यमुना नदी बहती हुई दिखाई पड़ती है हां ताजमहल से यमुना नदी का सुंदर नजारा देख सकते हैं
यमुना नदी ताजमहल
यमुना नदी ताजमहल
ताज महल के सामने एक मस्जिद भी है जो कि लाल पत्थर से निर्मित है जहां से ताजमहल का खूबसूरत दृश्य देखा जा सकता है इस मस्जिद की आंतरिक दीवारों पर भी बहुत ही खूबसूरत कलाकृतियां उकेरी गई हैं यह भी सफेद पीले रंग से बनाई गई हैं
मस्जिद ताजमहल
मस्जिद ताजमहल
कुछ सीढ़ियां चढ़ने के बाद हम ताज महल में प्रवेश करते हैं और ताजमहल के एकदम सामने पहुंचते हैं ताजमहल की दीवारों पर कुरान की कुछ बातें उर्दू में उकेरी गई हैं किसी भी व्यक्ति को ताजमहल के अंदर मोबाइल या कैमरा ले जाने नहीं दिया जाता है
ताजमहल
जैसे ही आप ताज महल के अंदर प्रवेश करते हैं आपको एक छोटा सा हॉल दिखाई पड़ता है इसी हॉल के अंदर को एक तहखाना दिखाई देगा कहां जाता है यह तहखाना मुमताज महल व जहांगीर की कब्र की ओर जाता है जिसे मुख्य कब्र कहते हैं जहां आम आदमी को जाने नहीं दिया जाता है अब हम दूसरे बड़े हॉल में प्रवेश करते हैं जहां पर दो डमी कब्र बनाई गई हैं जो कि मुख्य कब्र की तरह ही दिखाई पड़ती हैं इस कब्र को जालीदार दीवारों से घिरा गया है ऊपर की तरफ छत पर देखने पर कुछ लोग की आकृति दिखाई पड़ती है जिस पर सुंदर कलाकृतियां डिजाइन बनाई गई है
कुरान की कुछ बातें उर्दू में
ताजमहल मकबरा
अब हम पीछे की गेट से बाहर की तरफ निकलते हैं रास्ते में दीवारों पर बहुत सारी सुंदर कलाकृतियां दिखाई पड़ेगी क्योंकि कई 100 साल पुरानी होगी यहां पर कई ऐसे पौधों की कलाकृतियां आप देख पाएंगे क्योंकि अब अस्तित्व में ही नहीं है
कलाकृतियां ताजमहल मकबरा
ताजमहल बनाने के लिए विदेशों से कुशल कारीगरों को बुलाया गया था जिनकी देखरेख में लगभग 20000 मजदूरों ने रोज काम किया जिसमें शिल्पकार उस्ताद अहमद लाहौरी प्रमुख कार्यरत है और इन्हें इरान से बुलाया गया था कहा जाता है कि ताजमहल को बनाने के लिए 28 तरह के पत्रों का प्रयोग किया गया था जो कि रोज मिस्र ईरान तिब्बत अफगानिस्तान व बगदाद से मंगवाए गए थे इसी कारण से ताजमहल सुबह-सुबह गुलाबी रंग का दोपहर को सफेद रंग का वह पूर्णिमा की रात को सुनहरे रंग का दिखाई पड़ता है
ताजमहल
आपको जानकर हैरानी होगी कि ताजमहल की इमारत लकड़ी पर बनाई गई है इस लकड़ी की खास बात यह है कि इस लकड़ी को जैसे-जैसे नबी मिलती है लकड़ी और मजबूत होती जाती है इसलिए ताजमहल को यमुना नदी के किनारे बनाया गया जिससे कि उन लकड़ियों को नमी मिलती रहे यहां ताजमहल में कुछ और जानने वाले तथ्य हैं जैसे कि ताजमहल में सैकड़ों फव्वारे हैं जो कि एक साथ काम करते हैं ताजमहल दिल्ली की कुतुब मीनार से 5 फुट ऊंचा है ताजमहल दुनिया में सबसे अधिक देखी जाने वाली इमारत है जहां प्रतिदिन 10 से 12000 लो इस इमारत को देखने आते हैं यह कुछ रोचक तथ्य थे जो कि ताजमहल से संबंधित हैं
विशाल उद्यान ताजमहल फव्वारे
विशाल उद्यान ताजमहल फव्वारे
ताजमहल के पश्चिमी गेट पर ही सती उन खातून का मकबरा है जोकि मुमताज महल की प्रमुखता से थी मुमताज महल की मृत्यु के बाद मुमताज महल के सबको बुरहानपुर से आगरा लाने का कार्य सती उन खातून को ही सौंपा गया था
सती उन खातून का मकबरा
सती उन खातून का मकबरा
इसी मकबरे के पास एक फतेहपुरी मस्जिद भी देखने मिलती है जो कि बहुत ही विशाल और खूबसूरत है सती उन खातून का मकबरा और फतेहपुरी मस्जिद पश्चिमी द्वार पर ही स्थित है
फतेहपुरी मस्जिद
ताजमहल के पश्चिमी द्वार से थोड़ा आगे ताजमहल परिसर में ही एक अति प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव मंदिर भी है कहां जाता है यह मंदिर अति प्राचीन काल का है
प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव मंदिर
इस मंदिर का एक विशाल मुख्य द्वार है और मंदिर कर में महादेव शिवलिंग और बजरंग बली की प्रतिमा स्थापित है यहां माता जमुना की भी प्रतिमाएं स्थापित है इन सभी प्रतिमाओं को देखकर आपको तुरंत पता चल जाएगा कि यह कितना प्राचीन मंदिर है जो कि यमुना नदी के किनारे ही स्थित है
प्राचीन सिद्धेश्वर महादेव मंदिर
बजरंग बली की प्रतिमा
माता जमुना मंदिर
ताजमहल कैसे पहुंचे
आगरा रेलवे स्टेशन से ताजमहल लगभग 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित है जहां आपको रहने के लिए व खाने पीने के लिए कई होटल मिल जाएंगे स्टेशन से ताजमहल तक जाने के लिए टैक्सी ऑटो इलेक्ट्रिक ऑटो आसानी से मिल जाते हैं