वाइट फंगस क्या है .......?
यह वह फंगस है जो कि ऑक्सीजन वेंटिलेटर को ठीक ढंग से सैनिटाइज ना करने के कारण उत्पन्न हो रहा है वाइट फंगस का सीधा असर कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों के फेफड़ों पर पड़ रहा है यह ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरनाक है क्योंकि यह शरीर के फेफड़ों के साथ-साथ शरीर के दूसरे अंगों को पूरी तरह खराब कर सकता है
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वाइट फंगस के लक्षण.......?
इसके लक्षण कोविड-19 के तरह ही होते हैं बुखार, सूखी खांसी,सर्दी और जोड़ों में दर्द, पर इस रोग को एक्स रे मशीन या सीटी स्कैनर से पता लगाया जा सकता है
वाइट फंगस कैसे होता है .......?
यह फंगस उन लोगों को हो रहा है जो कि ऑक्सीजन सिलेंडर से जुड़े ऑक्सीजन सिलिंडर ह्यूमिडिफ़ायर में नल के पानी का प्रयोग करते हैं, नल के पानी में वाइट फंगस हो सकता है जो सिलेंडर से ऑक्सीजन लेने पर व्यक्ति के सीने में संक्रमण को फैला रहा है। इसलिए ऑक्सीजन सिलेंडर ह्यूमिडिफ़ायर में नल के पानी की जगह प्यूरीफाइड पानी का प्रयोग करें।
वाइट फंगस से प्रभावित शरीर के भाग........?
यह फेफड़ों के साथ-साथ शरीर के अन्य भाग जैसे कि नाखून, त्वचा, पेट, गुर्दे, मस्तिक और मुंह को प्रभावित करता है।
वाइट फंगस से किन लोगों को खतरा है ...........?
जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, मधुमेह (शुगर) के मरीज हैं, जिन लोगों की किडनी ट्रांसप्लांट हुई है, और जो लोग ज्यादा समय से वेंटिलेटर पर हैं, उन लोगों को भी इस वाइट फंगस का खतरा ज्यादा है
वाइट फंगस की कैसे जांच होती है ...........?
वाइट फंगस के लक्षण कोविड-19 के समान है तथा इस संक्रमण का पता सीटी स्कैन मशीन या एक्सरे मशीन के माध्यम से होता है
वाइट फंगस से बचाव .......?
1) ऑक्सीजन सिलेंडर तथा उसके इक्विपमेंट और वेंटिलेटर को बढ़िया से सैनिटाइज किया जाना चाहिए
2) मास्क पहनकर रखें जरूरत हो तो 2 मास्क का प्रयोग करें क्योंकि यह फंगस मुंह और नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है